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__________ स्वविचारमाला __________
२२ जून २०१४.
(१)
" जब तक सर्व सामान्य नागरिक राजनितिक परिवेश से प्रत्यक्ष या
अप्रत्यक्ष जुडे रहेंगे और अपने संवैधानिक नागरिक अधिकार तथा
कर्तव्य पर सच्चा व्यवहार नही करेंगे तब तक सभी दलों के कुछ
(बहुसंख्य) राजनेता अपने दो-मुंही व्यवहार और स्वार्थ भरे आचरण में
बदलाव लाए यह संभव नहीं है । "
फिर भी यह याद रखकर व्यवहार करना ही होगा कि " जो भी शासक
राजसत्ता मे हो, उस शासक के लिए या विरोधी पक्ष के लिए नहीं, अपितु
देशहित में शासन द्वारा लिये गये निर्णय को महत्व देकर शासन -
प्रशासन को सहयोग करना नागरिक धर्म होगा ।"
.............. चन्द्रकांत वाजपेयी, जेष्ठ नागरिक
एवं गैर राजनीतिक सासामाजिक
कार्यकर्ता, औ.बाद________________________________________________
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__________ स्वविचारमाला __________
२२ जून २०१४.
(२)
पुरे भारत में रेलवे किराया वृधि का विरोध हो रहा हे लेकिन
नेपानगर वाले खुश हे,
पहले खंडवा - बुरहानपुर जाते थे बिना टिकेट
के तो पंद्रह रूपये बचते थे और अब बीस बचेंगे।।।
पहले खंडवा - बुरहानपुर जाते थे बिना टिकेट
के तो पंद्रह रूपये बचते थे और अब बीस बचेंगे।।।
आग लगे बस्ती में नेपानगर वाले मस्ती में !!!!!!!