आओ, कालापैसामुक्त और भष्ट्राचारमुक्त देश बनाओ,
अर्थक्रांती जनसंसद के ५ प्रस्तावों को अमल में लाओ
अर्थक्रांती जनसंसदके प्रस्तावों को संसद में पास कराओ
माँ भारती की रक्षा के लिए निडर हो जाओ.
ईमानदारी के कदम बढाओ, ईमानदारी के कदम बढाओ
चुनावों में लगनेंवाले कालेधन के भ्रष्ट्राचार को रुकवाओ,
नारी प्रताडना की सजा रोकनेंवाले धनको नष्ट कराओ
माताबहनों पर हाथ डालनेवालों के खिलाफ खड़े हो जाओ
अर्थक्रांती जनसंसदके प्रस्तावों को संसद में पास कराओ
माँ भारती की रक्षा के लिए निडर हो जाओ.
ईमानदारी के कदम बढाओ, ईमानदारी के कदम बढाओ
अण्णा कें जनलोकपाल,आरटीआय, और
राईट टू रिजेक्ट को हुबहू अमल में लाओ,
अपना देश फिर सोने की चिड़िया व विश्वगुरु बनाओ।
अर्थक्रांती जनसंसदके प्रस्तावों को संसद में पास कराओ
माँ भारती की रक्षा के लिए निडर हो जाओ.
ईमानदारी के कदम बढाओ, ईमानदारी के कदम बढाओ
यदि उचित ना समझो तो पीछे ना हटो,
खड़े हो जाओ, खड़े हो जाओ
'अर्थक्रांती जनसंसद'के ५ प्रस्ताव, झूठे सिद्ध कराओ
'अर्थक्रांती जनसंसद'से ५ करोड रु. का इनाम पाओ |
माँ भारती की रक्षा के लिए निडर हो जाओ.
ईमानदारी के कदम बढाओ,ईमानदारी के कदम बढाओ
ईमानदारी के कदम बढाओ |
आओ , अब एकबार समझ लें, जान लें कि
' अर्थक्रांति जनसंसद ' के ५ प्रस्ताव क्या है ?
( १ ) प्रचलित कर पद्धति पूरी तरह से बंद की जावे ।
[ अपवाद : कस्टम ड्यूटी या आयात कर ]
( २ ) सभी स्तरों के सरकारी राजस्व व्यवस्थाओं के लिए केवल
' बैंक व्यवहार कर ' Bank Transaction Tax.लागू किया जाए ।
* बैंकके हर जमा खाते यानी रिसीविंग एन्ड अकाउंट पर उपभोक्ता के प्रत्येक आर्थिक व्यवहार की स्थिति में एक निश्चित दर से कुछ राशि कटौती की जाकर सरकारी राजस्व प्रबंध किया जाए । ( उदा. : २% प्रति व्यवहार )
( यह लाभ होगा की हर नागरिक को वर्त्तमान में लग रहे ३२ प्रकार के करों कि अदायगी से मुक्ति मिल जायेंगी साथ ही साथ उन्हें किसी प्रकार के रिटर्नस फ़ाइल करनें की झंझट से मुक्ति मिल जावेगी, परिणामत: महंगाई से भी राहत मिलेगी ।)
* उपरोक्तानुसार बैंक द्वारा निश्चित दर पर कटौती की गई राशि को निम्नांकित संस्थाओं के राजस्व प्रबंध हेतु योग्य दरसे विभाजित करके उनके खातों में तत्काल जमा कराइ जावे :--
{१} केंद्र सरकार ( उदा. ०.७०% ), {२} राज्य सरकार ( उदा. ०.६०% ),
{३} स्थानीय प्रशासन ( ०.३५%) और स्वत: बैंक के लिए ( उदा. ०.३५% )
( ३ ) ५० के ऊपर के सभी नोट बंद कर चलन के बाहर किये जावें ।
[ उदा. १००, ५००, १००० ]
( ४ ) नगदी व्यवहार के लिए टैक्स पर पाबंदी /
. नगदी व्यवहार पर कोई कर या टैक्स नही ।
( ५ ) सरकार द्वारा किसी विशिष्ट आर्थिक सीमा तक ही
नगदी व्यवहारों को कानूनन मान्यता की अपेक्षा |
[ जैसे रूपये २००० /- तक के आर्थिक व्यवहार ]
धन्यवाद सहित,
भारत माता की जय, वंदे मातरम. जय हिंद.
--: निवेदक :--
अशोक सब्बन. प्रभाकर कोंढाळकर.
अध्यक्ष सचिव
अर्थक्रांती जनसंसद, महाराष्ट्र राज्य.
अन्य कार्यकर्ते :-- सर्वश्री सोपानराव चिखले, चंद्रवीर सावळे, मोहनराव
सावंत, आर. टी. वानखेडे, सत्यम जन्जिराल.
रामाराव नामदेव बोर्ड, प्रा.ज्ञानेश्वर एच.गोराडे, साहेबराव शिंदे "गुरूजी", चंद्रकांत वाजपेयी, एकनाथ जायभाये, सतीश पवार, आर जी.देठे , मनीषा चौधरी, वैशाली पवार, तौफीक अहमद (बबलू ), शेख सज्जाद (जकी), संजय पाटिल, हनुमंत रोडे, संतोष खोमणे, रमेश बालेश्वर सिंग, दशरथ गोविंद नाणेकर, जनार्दन त्र्यम्बक मिसाळ, उत्तमराव बढे, विष्णु ढवळे. एवं अन्य अनेक कार्यकर्ता.
जिला कार्यसमिती अर्थक्रांती जनसंसद, औरंगाबाद.
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