Wednesday, 18 September 2013

सरकार प्रचलित आर्थिक प्रणाली को खत्म करे और महंगाई, भ्रष्ट्राचार व रुपये के अवमूल्यन रोकनें वाले 'अर्थक्रांती जनसंसद के ५ प्रस्ताव' लागू करें |

    भारत का यह नकारात्मक चरित्रकेवल पैसा और सत्ता की भूख " के कारण हो रहा है | सच्चे राष्ट्रप्रेम और नैतिक चारित्र्य के अभाव के कारण देश की यह दुर्गति बनी है | आइये, इस चरित्र को बदलें सच्ची देशभक्ति का आदर्श स्थापित करें | देश का यह नकारात्मक चरित्र बदलनें के लिए निर्भीक होवें और " अर्थक्रांती जनसंसद के ५ प्रस्ताव " समझकर अपनें देश व परिवाजनों की सुरक्षा तथा भावी सुखद भविष्य के लिए देश के आर्थिक नियोजन पद्धती को पूरी तरह से बदलनें का एक मंगलकारी काम करें :----आज देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो गयी है | प्रचलित अर्थव्यवस्था से विश्व कर्ज का बोझ अधिकतम, डॉलर की अधिक किंमत, और भारतीय रुपये का अवमूल्यन हुआ है | परिणामत: भयंकर महंगाई व जीडीपी ग्रोथ में गिरावट | यह कटु सत्य है कि इस स्थिति के उदगम का कारण देश में भ्रष्ट्राचार व अनैतिकता का हाबी होंना तथा सत्ता-पद और पैसे द्वारा इन दुष्कृत्यों को पूरा संरक्षण मिलना है, अन्यथा क्यों सर्वोच्च न्यायालय को विधायिका के कार्यों पर कठोर टिपण्णी करना और संसदीय कार्यों में हस्तक्षेप करके कठोरतम आदेश प्रसारित करना आवश्यक होता ? | प्रिय बंधू - भगिनी, हम इस पर राजनीति नहीं करे परन्तु देश अवश्य बचाएं ।इसलिए निम्न ५ प्रस्तावों के पत्र भेजे जा रहे है | आप भी भेजे / मित्रों - शुभचिंतकों से भिजवाएं |
  • आओ, सब मिलकर वर्त्तमान अर्थव्यवस्था को बदलें और 
    " अर्थक्रान्ती जनसंसद के निम्न ५ प्रस्ताव अमल मे लाये. " अर्थक्रांती जनसंसद, का प्रधानमंत्री पद के भावी उम्मीदवार श्री नरेन्द्र मोदी जी और श्री राहुल गांधी जी को विनम्र विशेष आग्रह.  ...............…………………….….…….  अर्थक्रांती जन संसद, औरंगाबाद.
    माननीय प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह जी, प्रधानमंत्री पद के नये दावेदार श्री नरेन्द्र मोदी जी, संभावित दावेदार श्री राहुल गांधी जी, भाजपा अध्यक्ष मा. राजनाथ सिंह जी, एन.डी.ए. के सभी घटक दलों के प्रमुख, कॉंग्रेस अध्यक्ष व यूपीए चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी जी, और यूपीए के सभी घटक दलों के प्रमुखजन, यह विनम्र आग्रह है कि क्रुपा करके देश की सच्ची प्रगति व आर्थिक सुरक्षा के लिए केवल " अर्थक्रान्ती जनसंसद के निम्न ५ प्रस्ताव अमल मे लाये." |  

    ---: अर्थक्रांति जनसंसद ' के ५ प्रस्ताव
    :---
    (१) प्रचलित कर पद्धति पूरी तरह से बंद की जावे.
    [ अपवाद :-- कस्टम ड्यूटी या आयात कर ]
    : स्मरणीय :
    वर्तमान में नागरिक ३२ प्रकार के करों का भुगतान कर रहे है |
    ( २ ) सभी स्तरों के सरकारी राजस्व व्यवस्थाओं के लिए 
    केवल एक कर हो  '' बैंक - व्यवहार कर ''

    * बैंक के हर जमा खाते यानी रिसीविंग एन्ड अकाउंट पर उपभोक्ता के प्रत्येक आर्थिक व्यवहार की स्थिति में एक निश्चित दर से कुछ राशि कटौती की जाकर सरकारी राजस्व प्रबंध किया जाए ।  ( उदा. : २% प्रति व्यवहार ) |
    [ इससे यह लाभ होगा की हर नागरिक को वर्त्तमान में लग रहे ३२ प्रकार के करों की अदायगी से मुक्ति मिल जायेंगी, साथ ही साथ उन्हें किसी भी प्रकार के रिटर्नस फ़ाइल नहीं करनें पड़ेंगे और टैक्स रिटर्न्स के झंझट से मुक्ति मिल जावेगी | टैक्स कम लगनें से नागरिकों को महंगाई से भी राहत मिलेगी । ]
    * उक्त २% कटोती निम्न खातों में लिखेनुसार तत्काल जमा कराइ जावे :- {अ} केंद्र -सरकार(उदा. ०.७०%), {ब} राज्य सरकार (उदा. ०.६०%), {स} स्थानीय प्रशासन (०.३५%) और {द} स्वत: बैंक के लिए ( उदा. ०.३५%) 


    ( ३ ) ५० के ऊपर के सभी नोट बंद करके 
    चलन के बाहर किये जावें ।  
    [ उदा. १००, ५००, १००० के नोट बंद हों ] | 
    जिससे राष्ट्रिय राजस्व में अत्याधिक वृद्धि और राष्ट्र व नागरिकों की प्रामाणिकता से प्रगति होगी |

    (४) नगदी व्यवहार के लिए टैक्स पर पाबंदी ।
     / नगदी व्यवहार पर कोई कर या टैक्स नही ।

    (५) सरकार द्वारा विशिष्ट आर्थिक सीमा तक ही 
           नगदी व्यवहारों को मान्यता अपेक्षित.
    [ उदा.२००० रु नगद व्यवहार पर कोई टैक्स नहीं ]
    परिणाम : देश का सुदृढ आर्थिक कोषं व राष्ट्र का सच्चा विकास ।
     …… अर्थक्रांती जनसंसद, औरंगाबाद द्वारा देशहित में प्रसारित । 

    ------------- विशेष महत्वपूर्ण -------------

    अर्थक्रांती के उक्त ५ प्रस्तावों को गलत सिद्ध करनें पर ५ करोड का पुरस्कार घोषित है | यह घोषणा स्वयं इस विषय की स्थापना, महत्त्व,  आवश्यकता और गंभीरता को स्पष्ट करती है |
    ---------------------------- संपर्क --------------------------
    (१) श्री अशोक सब्बन. अध्यक्ष
    " अर्थक्रांती जनसंसद,महाराष्ट्र राज्य समिति " 9422083206.

    (२) श्री प्रभाकर कोंढाळकर, सचिव,
    "अर्थक्रांती जनसंसद, महाराष्ट्र राज्य समिति " 9422031825.

    (3) श्री रामराव नामदेव बोर्डे (नाना), जिल्हाध्यक्ष. 
    " अर्थक्रांती जनसंसद, औरंगाबाद "  9860206825.
    (4) श्री चंद्रकांत वाजपेयी, जिल्हासचिव.
    " अर्थक्रांती जनसंसद, औरंगाबाद "  9730500506.

    Email       : chandrakantvjp@gmail.com
    Website  :  
    www.arthakranti.org

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