Thursday, 30 June 2016

अन्ना कैसे और क्यों बने भारत के नए गांधी ?

अन्ना कैसे  और  क्यों बने भारत के नए गांधी  ?

मै भी अन्ना, तू भी अन्ना, चारों तरफ अन्ना ही अन्ना, 



शान्ति पूर्ण अहिंसक आंदोलन के सफल नायक रहे है अन्ना, 

करोड़ों भारतवासियों के हृदय की धडकन बन गए ये अन्ना,

सुबह अन्ना, दोपहर अन्ना, शाम को अन्ना,सपनों में भी छाए अन्ना

सड़क पर अन्ना, घर में अन्ना, दफ्तरों में, संसद में अन्ना ही अन्ना.Image result for अन्ना हजारे

लोकपाल, लोकायुक्त से भ्रष्टाचारमुक्त भारत की स्थापना के प्रणेता अन्ना

जनता खातिर कष्ट भोगते रहे सबके अन्ना, आरटीआय के पुरोधा अन्ना,

भ्रष्टाचारी मंत्रियों के शत्रु अन्ना, सत्ता परिवर्तन के बीज रहे अन्ना,
जनलोकपाल आंदोलन के नायक रहे अन्ना, जन जन से मिलते अन्ना

जन आन्दोलनों से इतनें अधिक थके अन्ना कि मेंदांता में भर्ती अन्ना,

किन्तु फिर भी जनता की पुकार अन्ना, 
हर पहले समाचार में अन्ना,

रेडियो बजे तो अन्ना, टेलीविजन पर अन्ना सबके अन्ना, केवल अन्ना |

भलेही आज नहीं दिखते अन्ना, पर जल्दी लोकपाल ना आए तो 


फिर से अन्ना ही अन्ना | दमक उठेंगे फिर से भारतीयों के अन्ना 

प्रिय शासकों, अब विरोधी पक्ष के नेता की बात को ज़रा छोड़ देना,

या
कुछ नया तरिका खोजना, कृपया मानसून सत्र में ही हल ढूंढ लेना,

अच्छा होगा कि अब लोकपाल व लोकायुक्त की नियुक्ति हों ही जाना, 

संसद में पारित प्रस्ताव व राष्ट्रपति के आदेश की अवहेलना ना होंना 

यही मेरे सहित जनता की कामना, 

और फिर से एक बार विनम्र प्रार्थना, 

नहीं तो फिर हर भारतीय बनेगा अन्ना, 

अन्ना, अन्ना - अन्ना, अन्ना, अन्ना |


...... चंद्रकांत वाजपेयी (काका)

जेष्ठ नागरिक, औरंगाबाद (महाराष्ट्र)

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