"शिक्षा व्यवस्था में यह कमी दूर होनें की जरुरत. "
मित्रों, पहले औरंगाबाद के युवा श्री अरुण फोके जी का अनुभव पढें :--
एक छोटासा अनुभव....
" जब मै खुदके फोटो यहाँ फेसबुक पे पब्लिश करता हु तो
500+ likes मिलते है, और जब देश की व्यवस्था सुधारने के
तरीके पब्लिश करता हु तो 50 तक नहीं मिलते है | "
देश से ज्यादा लोग मुझे, और मेरी फॅमिली को चाहते है ! WOW
....... अरुण फोके. औरंगाबाद.
चि. अरुण फोके जी, मेरे सच्चे किन्तु कडवे अनुभवों को आपनें उद्घृत किया. हार्दिक धन्यवाद
एवं आपका हार्दिक आभार |
मेरा निजी चिंतन और विचार है कि
" लोगों का इस प्रकार से व्यवहार करनें का कारण हमारे देश में
लॉर्ड मैकाले की शिक्षा व्यवस्था का बिना संशोधन किये यथावत
अनुपालन करना मात्र है. "
मित्रों,
यह स्पष्ट है कि मैकाले की शिक्षा व्यवस्था " टू-एच डेव्हलपमेंट "
प्रणाली पर आधारित है अर्थात मैकाले शिक्षा प्रणाली केवल हाथ (हैंड्स)
एवं सिर (हेड) कें विकास तक सिमित है | मैकाले की शिक्षा प्रणाली में
जब तक तीसरे ' एच ' अर्थात ह्रदय (हार्ट) या मन के जोड़ की व्यवस्था
नहीं होगी, तब तक मैकाले शिक्षा प्रणाली का यथावत अनुसरण
करनेंवाले सभी देशों में शिक्षा अपूर्ण रहेगी |
यह स्पष्ट है कि मैकाले की शिक्षा व्यवस्था " टू-एच डेव्हलपमेंट "
प्रणाली पर आधारित है अर्थात मैकाले शिक्षा प्रणाली केवल हाथ (हैंड्स)
एवं सिर (हेड) कें विकास तक सिमित है | मैकाले की शिक्षा प्रणाली में
जब तक तीसरे ' एच ' अर्थात ह्रदय (हार्ट) या मन के जोड़ की व्यवस्था
नहीं होगी, तब तक मैकाले शिक्षा प्रणाली का यथावत अनुसरण
करनेंवाले सभी देशों में शिक्षा अपूर्ण रहेगी |
" शिक्षा में ह्रदय के जोड़ होनें पर ही सच्चे राष्ट्रीय भाव, मानवता,
प्रेम, सहयोग, आनंदित व समाधानी रहकर स्वयं शान्ति से जीवन
जीने की कला व दूसरों को ऐसा जीवन जीने देनें के व्यवहार के
साथ स्वयं बुराई से दूर रहनें और बुराई से लड़ने की सच्ची क्षमता
छात्रों को प्राप्त होगी | "
प्रेम, सहयोग, आनंदित व समाधानी रहकर स्वयं शान्ति से जीवन
जीने की कला व दूसरों को ऐसा जीवन जीने देनें के व्यवहार के
साथ स्वयं बुराई से दूर रहनें और बुराई से लड़ने की सच्ची क्षमता
छात्रों को प्राप्त होगी | "
अतएव मेरे विचार से
भारत शासन द्वारा शीघ्रता शीघ्र स्कूल व कॉलेज स्तर पर
मन पर नियंत्रण की
व्यावहारिक शिक्षा का पाठ्यक्रम
व्यावहारिक शिक्षा का पाठ्यक्रम
निर्मित करके उसका हर स्कूल व कॉलेज में
संचालन अनिवार्य किया जाना उचित व देशहित में होगा |
संचालन अनिवार्य किया जाना उचित व देशहित में होगा |
अतएव शासन, शिक्षा विभाग के अधिकारी, शिक्षा क्षेत्र से संबद्ध
अनुभवी महानुभाव, पैरेंट्स एक्शन कमिटीयों से संलग्न सभी सज्जन
और नागरिकगण उक्त विषय पर विचार करे एवं यथावश्यकता योग्य
कार्यवाही करे, यह अपेक्षित तथा विनम्रता पूर्वक निवेदित है |
विनम्र निवेदक :--.
चंद्रकांत वाजपेयी [ जेष्ठ नागरिक ] औरंगाबाद ( महाराष्ट्र )
ई-मेल :-- chandrakantvjp@gmail.com
अनुभवी महानुभाव, पैरेंट्स एक्शन कमिटीयों से संलग्न सभी सज्जन
और नागरिकगण उक्त विषय पर विचार करे एवं यथावश्यकता योग्य
कार्यवाही करे, यह अपेक्षित तथा विनम्रता पूर्वक निवेदित है |
विनम्र निवेदक :--.
चंद्रकांत वाजपेयी [ जेष्ठ नागरिक ] औरंगाबाद ( महाराष्ट्र )
ई-मेल :-- chandrakantvjp@gmail.com
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