22 / 06 2012
" क्या राष्ट्रपति चुनाव पूर्व राजनीतिक दल निम्न अपील पर सोचेंगे ? " शपथ पत्र प्रस्तुत करके, शपथ-पत्र की प्रति निर्वाचन आयोग के वेबसाईट पर अपलोड कर दिखाएँगे ?
: भारत के सभी राजनीतिक दलो से विनम्र अपील :
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों को समर्थन दे रहे सभी राजनीतिक दल जनता का आदर करें| देश की सुरक्षा के लिए निम्न लिखित शपथ-पत्र देशवासियों को प्रदान करके अपनी प्रामाणिकता सिद्ध करें| राजनीतिक दल जनता को धोखा नहीं दे | त्रुटिवश या भूलवश धोखा होनें की संभावना - सुरक्षा हेतु राष्ट्रपति के समर्थन में विधिमान्य शपथ पत्र प्रस्तुत करें |
" राष्ट्रपति एक अत्यंत गौरवशाली संवैधानिक पद है। इस पद के उम्मीदवार से किसी भी प्रकार का शपथ पत्र मांगना निश्चित ही पद की अवमानना है। इसी कारण निर्वाचन पूर्व विभिन्न पदों के उम्मीदवारों की ओर से लिए जानें वाले शपथ पत्र की व्यवस्था राष्ट्रपति पद के लिए लागू नहीं है।" इस अत्यंत महत्वपूर्ण पद पर सामान्यत: राजनितिक दलों के लोग ही उम्मीदवार बनते है। इस पद की उम्मीदवारी व उम्मीदवारी का समर्थन आम जनता नहीं करती बल्कि देश के विभिन्न राजनीतिक दल करते है। "
आज देशभर की विभिन्न अदालतों में चल रहे अपराधिक प्रकरणों और अपराधियों मे राजनीतिक कार्यकर्ताओं की बहुलता व संलग्नता निश्चित ही चिंता का विषय बन चुका है।
यह हमेशा याद रखना होगा की अपराधियों या अपराधिक मनोवृत्ति के लोगों की राजनीतिक दलों में बहुलता का कुप्रभाव हर स्तर के प्रत्याशी चयन में पड़ता है, प्रत्याशी की विजय और विजय पश्चात के घटनाक्रमों का प्रभाव भी परिलक्षित होता रहता है। अर्थात अपराधिक छबि के लोगों की राजनीतिक दलों में सक्रियता ही उम्मीदवार चयन में बाधा और देश के विनाश का मूल कारण है। राजनीतिक दलों में अपराधिक छबि के सदस्य बनें रहने से देश की सर्वाधिक हानि होती है जिसे बचाया जा सकता है बशर्ते राजनीतिक दल अपनें प्रिय देशवासियों का आदर करते हुवे चुनाव पूर्व विधिमान्य कागजादों पर एक शपथ-पत्र प्रदान करें। "
अब यह सुस्पष्ट हो चुका है कि भारत के प्रथम नागरिक का सम्मान पानेंवाले गौरवशाली पद अर्थात राष्ट्रपति पद के चुनावों में राजनेता ही आमने सामने है। वर्त्तमान वित्त- -मंत्री श्री प्रणव मुखर्जी के साथ पूर्व लोकसभाअध्यक्ष आदिवासी राजनीतिक नेता श्री पी. ए. संगमा साहाब का मुकाबला है। दोनों उम्मीदवारों का अनेक राजनितिक दलों नें समर्थन भी किया है।
विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी का चयन-समर्थन योग्य है अथवा अयोग्य इस पर वाद- विवाद / बहस करनें के बजाय देश की समृद्धि व सुरक्षा के उपायों की ओर प्रामाणिक प्रयत्न करना अधिक महत्वपूर्ण है।
अतएव यह आवश्यक लगता है कि इन प्रत्याशियों को समर्थन देनें वाले सभी राजनीतिक दल देशवासियों को विधिमान्य कागजादों पर एक शपथ-पत्र प्रदान करें और शपथ-पत्र की प्रति निर्वाचन आयोग के वेबसाईट पर अपलोड करें।
--: शपथ-पत्र का प्रारूप :--
" राजनतिक दल ............................. की ओर से न्यायमूर्ति श्री ............................. के न्यायालय में भारत के प्रत्येक नागरिक और संस्थाओं के लिए इस आशय का विधिमान्य शपथ-पत्र प्रस्तुत किया जाता है कि हमारे दल द्वारा समर्थित राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार श्री .................. पूर्ण प्रामाणिक, स्वच्छ छबि के अर्थात बेदाग़ है। वे राष्ट्रपति पद के लिए पूर्ण योग्य है । उनकी आयु आज दिनांक को ................. वर्ष है परन्तु वे शारीरिक रूप से सुदृढ़-सशक्त व स्वस्थ है । वे सुशिक्षित व बुद्धिमान है। श्री ......................... पर किसी भी प्रकार के गैर कानूनी कृति के आरोप नहीं है, उनके या उनके खून के रिश्तेदारों के नाम से किसी भी विदेशी बैंक में कोई काला धन जमा नहीं है और किसी भी प्रकार के कोई भ्रष्टाचार के आरोप भी नहीं है जिस कारण हमारे दल द्वारा समर्थित श्री ............. ...................... पर वर्त्तमान में किसी भी न्यायालय में किसी भी प्रकार का कोई मुकदमा नही चल रहा है। उपरोक्त सभी बिन्दुओं के आधार पर हमारा दल उन्हें राष्ट्रपति पद के चुनाव में हार्दिक समर्थन दे रहा है। "
हमारा दल ........................ यह भी शपथ पूर्वक कथन करता है कि कभी भी उपरोक्त में से किसी भी बिंदु पर श्री ............................. के सम्बन्ध में कोई अंतर प्रमाणित होगा अथवा शारीरिक या मानसिक अस्वस्थता के कारण पद कार्य दायित्व प्रभावित होनें कि स्थिति प्रमाणित होगी, तब उस स्थिति में हमारा दल ५०० कार्यकर्ताओं के साथ पूर्णत: शान्ति और अहिंसात्मक रूप से भूख-हड़ताल करनें के लिए बंधनशील रहेगा। प्रतिदिन ५०० कार्य- -कर्ताओं का निर्जल रहना और पूरी तरह से भूख हड़ताल करना, यह तब तक जारी रहेगा जब तक की राष्ट्रपति जी स्वयं होकर अपनें पद से मुक्त नहीं हो जावेंगे। पद गरिमा को देखते हुवे हमारे दल द्वारा राष्ट्रपति जी से इस्तीफा नहीं माँगा जावेगा और नाही किसी अपशब्द प्रयोग द्वारा उन्हें अपमानित किया जावेगा, परन्तु कार्यकर्ताओं द्वारा निर्जल व खाद्यसेवनमुक्त रहकर राष्ट्रपति जी को पद मुक्त होनें के लिए विवश किया जाएगा।
इसी आधार पर आज .................. दिनांक को हमारा दल........................................... श्री ............................................. को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हेतु समर्थन करता है।
हमारा दल ................. उपरोक्त सभी बिन्दुओं को राष्ट्रहित में मानता है और स्वेच्छा से सभी बिन्दुओं को स्वीकार करते हुवे यह शपथ प्रस्तुत करता है जिससे देश कि जनता हमारे दल के कार्यक्रमों पर विश्वास करे और भारत कि जनता को कोई धोखा न हो। "
।। भारत माता कि जय. जय हिंद - जय भारत ।।
पदमुद्रा व दिनांक सहित हस्ताक्षर कर्ता :
राजनीतिक दल के पदाधिकारी (अध्यक्ष एवं सचिव)
संलग्न : राजनितिक दल के सभी पदाधिकारियों द्वारा उक्त आशय के प्रस्ताव की स्वीकृत प्रतिलिपी ।
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