Chandrakant Vajpeyiposted toBjp India
28 / 06 / 2012.
" जनता का विश्वास
एवम
देशहित हेतु बहुमूल्य सुझाव "
भाजपा निम्नबिन्दुओं व सुझावों पर सोचे कि उसनें
ऐसा क्यों किया ?
ऐसा क्यों किया ?
या क्यों नहीं किया ? जो नहीं करना चाहिए
वह बार-बार क्यों दोहराया ?
क्या भूलें दोहरानें से देश का नुकसान नहीं है ?
क्या निम्नांकित आधार पर दी जानें वाली उम्मीदवारी
और
और
विजयश्री प्राप्त
महानुभावों के द्वारा
भाजपा का सुराज देश में कभी भी संभव होगा?
यदि नहीं तो फिर ऐसे उम्मीदवार क्यों ?
(१) आठवी से कम पढ़े-लिखे कार्यकर्ताओं को उम्मीदवारी.
( सुझाव : ग्रेजुएट को टिकट दिए जावे. )
(२) ६० - ६२ वर्षों से अधिक आयु अथवा अशक्त-अस्वस्थ-
रोगग्रस्त महानुभावों को उम्मीदवारी.
( सुझाव : ६०वे या ६२वे वर्ष की आयु में पद त्याग -
सुनिश्चित करनें व सुस्वस्थ स्थिति में रहने की शर्त
के आधार पर टिकट दिए जावे. )
(३) अपराध के आरोप दर्ज और न्यायालय में अपराधों से
आरोपित मुकदमे लढ़ रहे लोगों को उम्मीदवारी.
( सुझाव : उपरोक्त स्थिति में स्थापित किसी भी
व्यक्ति को टिकिट नहीं दिए जावे. )
(४) आय से अधिक संपत्ति धारी व्यक्ति को उम्मीदवारी.
( सुझाव: ऐसे किसी भी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया जावे. )
(५) जाती - संप्रदाय या धर्म के आधार पर उम्मीदवारी.
( सुझाव:किसी भी स्थिति में इस आधार पर टिकट ना देवें )
(६) दुसरे दल से भागकर भाजपा का दामन थामनें वालों
की तत्काल उम्मीदवारी.
( सुझाव : ऐसे किसी भी व्यकी को टिकट ना देवे. )
(७) प्रति तीन माह में अपनें आय - व्यय को सार्वजनिक
करने का साहस ना रख सकनें वाले बुझदिल
कार्यकर्ता की उम्मीदवारी.
( सुझाव : केवल उसी को टिकट देवे जो उपरोक्त साहस
दिखानें को सुनिश्चित करे. )
--: दल को विशेष सुझाव :--
भाजपानें उम्मीदवार को किस आधार पर और
क्यों उम्मीदवार बनाया है ?
यह स्पष्ट तौर पर सार्वजनिक करे.
क्या यह विश्वास करे कि भा. ज. पा.
जो सच्चे राष्ट्रभक्त महानुभावों
द्वारा गठित राजनीतिक दल है,
वह उपरोक्त सभी प्रश्नों के उत्तर
सार्वजनिक करके
देशवासियों के सामने आदर्श दल की प्रस्तुति करेगा ?
............ शुअकामनाओं सहित ............
... चंद्रकांत वाजपेयी. जेष्ठ नाग.एवं सामाजिक कार्यकर्ता.
ई-मेल : chandrakantvjp@gmail.com
No comments:
Post a Comment