चीन के व्यवहार को देखकर, महाराष्ट्र राज्य शिक्षण मंडल द्वारा
" अरुणाचल प्रदेश को मानचित्र से हटानें की घटना,"
क्या महज एक सामान्य घटना है ?
राज्य शासन का स्पष्टीकरण आवश्यक।
.............................................................................................. चंद्रकांत वाजपेयी.
नमस्कार.
यह अवगत ही होगा कि " 16 मई 2013 को महाराष्ट्र राज्य शिक्षा मंडल का अचंभित करनें वाला ,
दु:ख-देनें वाला व क्रोध निर्मित करनें वाला समाचार सार्वजनिक हुआ है । उक्त समाचार के अनुसार
१७ लाख पुस्तकों के माधम से महाराष्ट्र के विद्यार्थियों को भारत के अधिपत्य में " अरुणाचल प्रदेश
का भूभाग " नहीं होनें वाला नक्शा अधिकृत रूप से उपलब्ध किया गया था ।"
मेरे द्वारा उसी दिन मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को ईमेल करके लिखा गया था कि महाराष्ट्र शासन को यह
स्पष्ट करना आवश्यक है कि " क्या यह मानवीय भूल / त्रुटी है या जानबूझ कर की गयी कार्यवाही है ?"
क्योकि अभी हाल ही हमारा देश, चीन की इस विषय पर भूमिका के संबंध में, कडवा अनुभव ले चुका है ।
अत: क्या यह स्थिति किसी अंतरराष्ट्रीय या राष्ट्रीय दबाव के अंतर्गत बनी है ? या दोषियों के आर्थिक लोभ या किसी मजबूरी [भय ] के कारण बनी है ? शासन तत्काल सच्चाई प्रस्तुत करे |
महाराष्ट्र शासन द्वारा केवल सम्बंधित दोषियों को निलंबित करना या
पुस्तक समिति को निरस्त करना देश की सुरक्षा की दृष्टी से पर्याप्त नहीं है ।
मेरे पत्र के सम्बन्ध में 17 मई 2013 को सम्बंधित उपसचिव को निर्देशित किया गया था, परन्तु
आज रविवार , 19 मई , 2013, सायंकाल 04:30 बजे तक उत्तर नहीं मिला है ।
आश्चर्य और चिंतन का विषय है कि
" राष्ट्रीय सुरक्षा " से जुडे इस गंभीर विषय पर विरोधी दल विशेषत: भा.ज.पा. नें सरकार से कोई स्पष्टीकरण नही मांगा है और पूर्णत: मौन रक्खा है, ऐसा क्यो ?
क्या मुख्य विरोधी दल भाजपा मानती है कि " पुस्तक समिती का निलंबन पर्याप्त है ? "
क्या इसी कारण भाजपा नेता मौन साधकर बैठे है ? क्या भा. ज. पा. मौन का कारण स्पष्ट करेगी ?
आश्चर्य और चिंतन का विषय है कि
" राष्ट्रीय सुरक्षा " से जुडे इस गंभीर विषय पर विरोधी दल विशेषत: भा.ज.पा. नें सरकार से कोई स्पष्टीकरण नही मांगा है और पूर्णत: मौन रक्खा है, ऐसा क्यो ?
क्या मुख्य विरोधी दल भाजपा मानती है कि " पुस्तक समिती का निलंबन पर्याप्त है ? "
क्या इसी कारण भाजपा नेता मौन साधकर बैठे है ? क्या भा. ज. पा. मौन का कारण स्पष्ट करेगी ?
क्या आप भी महाराष्ट्र सरकार और भाजपा से इस विषय में पूर्ण स्पष्टता के लिए आग्रह करेंगे ?
इस हेतु आभारी रहूंगा।
Email : chandrakantvjp@gmail.com Mob. : +91 9730500506.
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