Wednesday, 14 August 2013

राष्ट्रपति ने माना, देशमें चौतरफा निराशा का माहौल. लालकिले की प्राचीर से १५ऑगस्ट को निराशा दूर करने का श्रीगणेश किया जा सकता है, बशर्ते …. ?

राष्ट्रपति ने माना, देशमें चौतरफा निराशा का माहौल.


 लालकिले की प्राचीर से १५ऑगस्ट को निराशा दूर  

करने का श्रीगणेश किया जा सकता है, बशर्ते …. ?



माननीय राष्ट्रपति जी,  आपनें स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर अपनें सदेश में देशवासियों के सामनें सत्य चिंता को प्रस्तुत किया है |  आपके द्वारा अभिव्यक्त निराशा व चिंता के संबंध में मेरा मानना है कि आजादी के ६६ वर्षों बाद भी चुनावी फंड व राजनेताओं सहित नागरिकों  की मृगतृष्णा वाली आर्थिक भूख सभी क्षेत्रों  में कायम है | प्रशासनिक भय,  नैतिकता के साथ जीवन -यापन और वैधानिक प्रणाली से राष्ट्र संचालन प्रक्रिया का पूर्ण अभाव है जिससे देश में  विभिन्न अपराध, भ्रष्ट्राचार तथा घोटालों की बाढ़ आई है |  परिणामत: देशभर में परस्पर अविश्वास, शासन की अस्थिरता और सर्वत्र निराशा की स्थिति बन चुकी है | 

इन समस्याओं से उबरनें के लिए मुख्य रूप से पारदर्शिता आवश्यक है ।अत: निम्न उपाय किये जाए :--


(१)   अण्णाका जनलोकपाल कानून संचालित करना |


(२)  मुख्य सूचना अधिकारी के आदेशानुसार सभी राजनीतिक दलों को  

       RTI अर्थात सूचना अधिकार कानून के अधीन स्थापित करना |

( ३)  चुनाव में खर्च राशि का वहन सरकारी कोष से करना |


(४)  [अ]  सरकारी और निजी संस्थाओं / कार्यालयों को वेबसाईट से संलग्न ईकैशबुक का संचालन आवश्यक तथा बंधनकारी करना |
       [ब]  संस्था / कार्यालय के कार्यवाही की समीक्षा  और वहां के प्रत्येक आदेश -निर्देश प्रतिदिन सार्वजनिक  करने की व्यवस्था अनिवार्य  व बंधनात्मक करना ।


(५)  इसके अतिरिक्त चुनाव सुधार,  पोलिस कार्यवाही  तथा न्यायालयीन सुधार भी आवश्यक है |



उपरोक्त पांच बिंदुओं में से प्रथम चार बिन्दुओ का परिपालन सहज रूप से आगामी चार माह में हो जाना संभव है केवल दृढ़ ईछाशक्ति की जरुरत है | 

 क्या हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री जी कल दिनांक १५ ऑगस्ट २०१३ को राष्ट्रीय ध्वज फहराते समय लाल किले पर उपरोक्त पांच बिंदुओं में से प्रथम चार बिन्दुओ का पालन आगामी चार माह में करवानें का संकल्प लेंगे ?   लाल कीले की प्राचीर से देश के लिए दिए जानें वाले अपनें सन्देश में उक्त संकल्प को दोहराएंगे ?  

निश्चित ही उक्त घोषणाएं करके माननीय प्रधान मंत्री जी भारत के माननीय राष्ट्रपति जी को चिंतामुक्त कर सकेंगे और देश में व्याप्त अविश्वास व अनैतिकता की स्थिति लाल किले की प्राचीर से दूर करनें हेतु अपना पहला कदम बढा सकेंगे, परन्तु क्या वे ऐसा करेंगे ?  


यदि प्रधानमंत्री जी ऐसा करेंगे तो मै उनका जीवनभर आभारी रहूंगा   |

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