Tuesday, 27 November 2012

भ्रष्ट्राचाराच्या भास्मासुराचा वध केल्या शिवाय सुख कोठे आणि कसे मिळणार ?

या, तरुणांनो पुढे या. 
स्वत: सुखानें जगण्यासाठी पुढे या.
भ्रष्ट्राचाराच्या भास्मासुराचा वध केल्या शिवाय 
सुख कोठे आणि कसे मिळणार ?

माजसेवी अण्णा हजारे यांच्या मार्गदर्शनात औरंगाबाद येथे नि:शुल्क प्रशिक्षण घेवुन गैर राजकारणा - तून सुख - समृद्धि स्थापित करा. देशात आणि तुमच्या परिवारात सुख हे केवळ तुमच्याच भ्रष्ट्राचार -मुक्त चारित्र्यातून आणि निर्भीक होवून व्यवहार केल्याने  निर्मित होणार आहे हे विसरु नका. या साठीच अण्णा हजारे प्रणित भ्रष्ट्राचार विरोधी जन आन्दोलन न्यास चे सदस्य बनून दिनांक ०२ डिसेम्बर २०१२, रोजी औरंगाबाद येथे होणार्या नि:शुल्क प्रशिक्षण शिबिरात शामिल व्हा. 


 

Saturday, 24 November 2012

"जेष्ठाच्या प्रयत्नाने २६/११ च्या साक्षीदाराला मिळाला शाळेत प्रवेश."


"जेष्ठाच्या प्रयत्नाने २६/११ च्या साक्षीदाराला मिळाला शाळेत प्रवेश."
 (ही बातमी सोबत च्या डीबी स्टार मध्ये वरून दुसर्या स्थानावर वाचावी .)


Tuesday, 20 November 2012

" जब भ्रष्ट्राचार के आरोप भरे में अंधेरे डुबे हम, तब आदर्श तथा नैतिकता की ज्योती कैसे बुझाये हम ?

२२ / ०१ / २०१३.   
" जब भ्रष्ट्राचार के आरोप भरे में अंधेरे डुबे हम, तब आदर्श तथा नैतिकता की ज्योती कैसे बुझाये हम ?
                     भाजपा और श्री नितीन गडकरी जी अपनी साख बचाये,अति भ्रष्ट्राचार की गंदगी का लाभ लेकर झूठे या सच्चे आरोपो -प्रत्यारोपो से देश में बार - बार स्थापित हो सकने वाली अशांती थमे, नैतिकता और आदर्श की  प्रस्तुती के मार्ग प्रशस्त हो इस हेतू 06 नवंबर 2012 को निम्नांकित निवेदन पत्र लिखा ( नीचे दिये गये पत्र के निचले भाग में यह पत्र प्रस्तुत है ) ट्विटर / फेसबुक सहित अनेक सोशल मिडीया के माध्यम से इन्हे सार्वजनिक किया । 
                   प्रथम पत्र पर कोई कार्यवाही का संकेत नही मिला ।  योग्य परिणाम के अभाव में देश के हालात सुधारने के लिये दुबारा यही प्रयास दिनांक 20 नवंबर 2012 को किया, ( पूरा -पत्र नीचे दिया है )   
लेकिन दुर्भाग्य से लगभग सभी दलो के राजनीतिज्ञो की तरह " श्री  नितीन गडकरी जी और  भाजपा मुख्यालय सहित अन्य नेताओ नें शायद सामान्य व्यक्ती  द्वारा देशहित का विचार बताने पर आंखे व कान बंद कर लेना  तथा सर्व सामान्य नागरिक को किसी पत्र का उत्तर नही देते हुवे उसका अपमान करना, यह नेता पद का गुणधर्म समझा है मेरे उक्त दोनो पत्रो पर इसी गुणधर्म का अनुभव प्राप्त हुआ।

परिणामत: अपमानित होकर कुर्सी से पदच्युत होना और अति मानसिक वेदना का अनुभव करना ऐसे नेताओ के भाग्य में स्थापित हो जाता है  जिसे हर नेता याद रखे, कभी ना भूले। 
श्री नितीन गडकरी जी को आज दिनांक  २२जनवरी२०१३. को अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने के साथ अपमान व संत्रास भोगना पड रहा है, जिसका मुझे अत्यंत दु:ख है । 
काश, गडकरी जी मेरी बात मानते तो शायद भाजपा का संभावित नुकसान और कोई दु:ख ना  होता।

कृपया पूर्व में  सार्वजनिक किये निम्न को पत्र पढे और अपनी राय देवे । 
धन्यवाद ................ चंद्रकांत वाजपेयी ( जेष्ठ नागरिक )

दिनांक :-- २0  नोव्हेंबर  २०१२.
जब आम आदमी के विचारों की होती है उपेक्षा .....
तब डूबती इज्जत,  दूर होती सत्ता  और  पार्टी की होती अवदशा.



काश श्री नितिन गडकरीजी ०६ नवम्बर २०१२ को मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति द्वारा 

फेसबुक और ट्विटर पर लिखे निम्नांकित विचारों पर अमल करते तो वे 

स्वयं  भा.ज.पा.  के  साथ  देशभर  में  नैतिकता  से  ओतप्रोत  कहलाते, 

अत्याधिक सम्मान पाते और श्री यशवंत सिन्हा सहित अन्य भा.ज.पा. 

नेताओं के लिए विरोधात्मक बोलनें का अवसर उत्पन्न नहीं होने देते। 

काश मेरी बात मान ली जाती तो भाजपा की अंतर्कलह और वरिष्ठतम 

कार्यकर्ताओं की आपसी फूट आज ना तो उजागर होतो और नाही साख की 

हानि होती। दुर्भाग्य से आज भाजपा के सभी स्तरों के नेता कौंग्रेस के पद 

चिन्हों पर चलते हुवे आम इंसान के विचारों को महत्त्व देना भूल चुके है 

जो विनाश काले विपरीत बुद्धि का परिचायक है यह कहनें की आवश्यकता 

नहीं है।

           मेरे द्वारा देश में नैतिकता और आदर्श की स्थापना के साथ -

साथ भाजपा की सुरक्षा हेतु, ०६ नवम्बर २०१२ को उद्घृत विचार 

निम्नानुसार थे:--

06 / 11 / 2012. 

क्या श्री नितिन गडकरीजी आदर्श व समर्पण का परिचय देंगे ?





                       ह सभी जानते है कि श्री नितिन गडकरी केवल भरत भूमि के परम वैभव के लिए जीनें 

वाले, पूरी तरह से अनुशासित व ईमानदार लोगों के सानिध्य में छोटे के बड़े हुवे है । अर्थात राष्ट्रभक्त 

संस्था आर.एस.एस. के वे अनुशासित और संस्कारित स्वयंसेवक रहे है ।

. इसलिए भारत के कल्याण, देश में आदर्श व्यवस्था की स्थापना के 

अवसर, भाजपा की सुदृढ़ता और स्व-नैतिकता के मद्दे नजर स्वयं 

गडकरीजी को बड़े उदारवादी मन के साथ आगे आना चाहिए,  यह 

उनसे अपेक्षित है | "   इस समय उन्होंने उनके विरुद्ध चल रही 

शासकीय जांच की रिपोर्ट आनें तक दल के अध्यक्ष पद पर रहनें के 

बावजूद अपना कार्यभार उपाध्यक्ष को या अन्य किसी को जिन्हें पार्टी 

अधिकृत करे, सम्भलवाकर अवकाश पर चले जाना चाहिए | इसके 

अतिरिक्त श्री गडकरी जी नें उपरोक्त उल्लेखित अवकाश अवधि में 

पार्टी के समस्त निर्णयों के लिए स्वयं को मुक्त कर लेना चाहिए| 

शायद यही समर्पण उनके द्वारा देश के नागरिकों और भारतीय जनता 

पार्टी को दिया जानें वाला जीवन का सर्वश्रेष्ट उपहार तथा त्याग व 

चुनौती का परिक्षण होगा|                                                                                                       

ऐसे कठोर समय भाजपा दल के कार्यकर्ताओं और संघ में उनके प्रतिनिष्ठा और विश्वास होनें के 

बावजूद क्या श्री नितिन गडकरी जी उपरोक्त समर्पित कृति को चरितार्थ करनें का साहस दिखाएँगे 

और देश के हर नागरिक के मन में स्वयं अपनी स्वच्छ छबि स्थापित करेंगे ?

Monday, 12 November 2012

क्या जेष्ठ नागरिक-समूह युवाओ को आशिष देंगे ?

१२ / ११ / २०१२.

क्या जेष्ठ नागरिक-समूह युवाओ को आशिष देंगे ?

युवा पीढी व शासन को सहयोग देकर प्राप्त रियायतो का ॠण चुकायेंगे ?



{  क्षेत्रीय जेष्ठ नागरिको के व्यवहारिक आशीर्वाद.                                            
प्रिय समस्त निवासी, एवं माननीय श्री संजय जोशी साहेब, उपमहापौर और  वार्ड सेवक
कासलीवालविश्व एवं तिरुपती-एक्झीक्युटिव्ह."उल्कानगरीपार्वतीनगरगारखेडा, औरंगाबाद.
"ह  दीप घर के सभी सदस्यो की विभिन्न समस्याओ के अंधेरे को पूर्णत: दूर करे और आनंद, यश, कीर्ति, सुस्वास्थ, धन, वैभव, प्रेम, संतोष और शान्ति के दिव्य प्रकाशसे जीवन समृद्ध करे   

सभी को  हार्दिक  शुभाशीर्वाद  और  दीपावली की   शुभकामनाए । 
आज समय का अभाव  महत्वपूर्ण कामो  मे  एक बडी रुकावट बन गया है  
इसलिये  विभिन्न रुकावटे   नि:शुल्क  एवं  नि:स्वार्थ  भाव से दूर करने का  
जेष्ठ नागरीको का यह एक छोटासा  प्रयास  है  
इस काम का उद्देश्य  क्षेत्र के निवासियो और 
शासन को स्नेह व सहयोग प्रदान करते हुवे 
जेष्ठ नागरिक का यथार्थ कर्तव्य निभाना मात्र है । 
                        प्रिय युवा पुत्र / बहु -बेटियो,  यदि आपके घर परिवार के सदस्य का मतदाता सूची मे नाम लिखवाना, वोटर कार्ड, राशन कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एलपीजी केवायसी फार्म पंजीकरण, जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र, विवाह-प्रमाण-पत्र, पासपोर्ट, या अन्य काम शेष रह गये है और इन कामो लिये लगने वाले फॉर्म्सअधिकृत सरकारी कागजाद - प्रारूप / टिकिटस  इत्यादी संबंधित स्टेशनरी सरकारी ऑफिस से घर में लाकर देना या उन्हे उक्त कार्यालय में पहुंचाने का काम करना है, तो हमे नि:संकोच अवगत करावे।  हम नि:शुल्क रूप से हर माह की ७ और २१ तारीख को
(केवल दो दिन) एक विशिष्ट व्यवस्था के अनुसार उक्त तकलीफ दूर करने का प्रयत्न करेंगे। 

उक्त विशिष्ट व्यवस्था अंतर्गत यह बंधन होगा कि :--

(१)आप अपने निर्देशित काम के लिये हमें अपने प्रतिनिधी के रूप में अधिकृत करेंगे जिससे  
    शासकीय विभाग आपके नाम के उपर लिखित दस्तावेज हमें उपलब्ध करा सके या हमारे द्वारा 
    आपके उक्त दस्तावेज जमा कर सके और यथावाश्यकता उसकी पावती दे सके ।  

(२)आपको शासकीय भुगतानो व स्टेशनरी खर्च के लिये  रुपये १००/- (एक सौ रुपये केवल) राशी 
     ५ तारीख अथवा १९ तारीख को अग्रिम रूप से जमा करांनी होगी और उसी माह की तारीख ९ 
     या २३ को जमा राशी का हिसाब प्राप्त करना अनिवार्य होगा । 

(३)उपर क्र (१) और (२) में वर्णीत अधिकृतता पत्र और अग्रिम राशी के अभाव में कार्य नही होगा ।

(४)उपरोक्त सेवाये पूर्णत: स्वैच्छिक होंगी। जेष्ठ नागरिक सेवादाता को कार्य करने का कोई बंधन 
       नही होगा परंतु अधिकृतता पत्र और अग्रिम राशी प्राप्त करने के उपरांत सेवादाता ने निर्देशित 
       काम को समय पर करना और समय पर हिसाब करने के साथ-साथ योग्य कागजाद, कार्यदाता  
       को वापस लौटाना अनिवार्य होगा । यदि अपरिहार्य कारणो से कार्य संपन्न नही होवे तो उस
       दशा में जेष्ठ नागरिक सेवादाता पर किसी प्रकार से दोष नही लगाया जा सकेगा। 

(५)जेष्ठ नागरिक सेवादाता के साथ संपर्क का समय प्रतिदिन सायं ०७ से ०९ बजे रहेगा । 

संपर्क करे :-- चंद्रकांत वाजपेयी. {  जेष्ठनागरिक }  एल १/५, कासलीवाल विश्व., उल्कानगरी. 
मोबा:+९१ ९७३०५००५०६.  दूरभाष: २३४००१९. ईमेल:- chandrakantvjp@gmail.com
 ---: विशेष :---  अभी वोटर आयडी कार्ड बनाने  और  मतदाता सूची में नाम जोडनें /  निरस्त करनें  अथवा  नाम स्थानांतरित करनें  के काम चल रहे है। 
मतदाता सूची / वोटर आयडी कार्ड कार्य ?  अंतिम तारीख २० नवंबर १२.
कृपाकरके हम सब प्रदुषण रोके, इसके लिये फटाके ना फोडे
धन्यवाद  और  शुभकामनाऑ  सहित एक संदेश

प्रिय युवाओ निडर हो जाये, आगे आए - आगे आए ,  

सम्मान पाये, सम्मान पाये 

हरेक बुराईभरे अँधेरे से पूर्णमुक्ति की ज्योति जलाए,

देश के हर स्थान पर, यही शक्ति चरितार्थ कराए । 

देश के हर स्थान पर, यही शक्ति चरितार्थ कराए ।।


राष्ट्र की युवा पीढ़ी को हमारा यही शुभाशीष एवं मंगल कामना 

ईमानदारी व भ्रष्ट्राचारमुक्त जीवन, यही रहे उनकी साधना,

परमपिता परमेश्वर से केवल यह हार्दिक प्रार्थना

परमपिता परमेश्वर से केवल यह हार्दिक प्रार्थना।


... चंद्रकांत वाजपेयी. ( जेष्ठ नागरिक व सामाजिक कार्यकर्ता )  औरंगाबाद.


Sunday, 4 November 2012

काय शासनकर्ते आणि नागरिक सुचविल्या प्रमाणे औषधोपचार करून रोगमुक्त होतील कां ?



०४ नोव्हेंबर २०१२.
    काय शासनकर्ते आणि नागरिक   
  सुचविल्या प्रमाणे औषधोपचार करून
रोगमुक्त होतील कां ?





                   देशाचे आणि इतर राज्यांचे डॉक्टर्स म्हणजेच " सर्व शासनकर्ते "  

विशेष करून  "महाराष्ट्र" आणि  "मध्यप्रदेश" राज्याचे शासनकर्ते खाली 

सुचविलेले इलाज करून भारतीय नागारिकांना भ्रष्ट्राचारा पासून रोगमुक्त 

करतील कां ? ' भ्रष्ट्राचार ' अर्थात लाच देणे-घेणे व गैरमर्गानें अपार 

धन-संपत्ति संचित करणे,  हे दररोज राजनेत्यां पासून सामान्य माणसा 

पर्यंत सर्रास चालू आहे.या कारणा मुळे ' श्रीमंती व गरीबीतील अंतर तसेच 

देशातील महागाई कर्क रोगा प्रमाणे अनियंत्रित झाली आहे ' असे वाटते. " 

महाराष्ट्रात देखिल हा रोग अतोनात पसरला आहे. प्रत्येक रोगाचे औषध 

असते हे विसरु नए. या " भ्रष्ट्राचार " रोगाचे औषध गेल्या दिड-दोन वर्षा 

पासून सुचविले आहे पण" कोणीही डॉक्टर म्हणजेज केंद्र व राज्य सरकार 

हा इलाज करत नाही," त्या मुळेच " स्वत: शासनच भ्रष्ट्राचाराला संरक्षण 

देणारे आहे की काय ? असा संशय येतो.

शासनाला नमूद केलेला इलाज खालील प्रमाणे आहे :--
           
 " भारत में प्रगति और शान्ति बनाए रखनें के लिए ' भ्रष्ट्राचारमुक्ति 

' अत्यंत आवश्यक है." अतएव सरकारें ६ महीने के अन्दर प्रत्येक 

सरकारी और गैर -सरकारी कार्यालय / उद्योग - व्यवसायिक प्रतिष्ठान को ' 

ई-कैश्बुक से जुडी वेबसाईट बनाना, इस वेबसाईट का संचालन प्रतिदिन 

करके हर दिन आय-व्यय के ब्योरे का वेबसाईट पर रेखांकन सुनिश्चित 

करना हर हाल में अनिवार्य और बंधनकारी करें'| इसके अलावा कार्यालय 

के हर प्रकार के आदेश - निर्देश उक्त वेब साईट पर लोड करना और ५०/- 

या १००/- रुपये से अधिक के भुगतान हेतु केवल प्लास्टिक मनी के 

उपयोग की बाध्यता उक्त कार्यालय / उद्योग-व्यवसाय के मुख्य कार्यकारी 

अधिकारी, मुख्यलेखाधिकारी तथा निदेशक के लिए बंधनकारी हो | " इस 

व्यवस्था के अभाव में ६ महीनें के बाद सम्बंधित व्यक्ति, उद्योग-व्यवसाय 

आदि के लायसेंस, मान्यताएं, स्वीकृतिया रद्द किये जावे और पानी-

बिजली के वितरण तब तक बंद कर दिए जाए जब तक सम्बंधित व्यक्ति, 

उद्योग-व्यवसाय उपरोक्त लिखित व्यवस्था का पालन नहीं करेंगे।"

                 
निश्चित ही इस कठोर व्यवस्था से "भ्रष्ट्राचारमुक्त भारत की 
                                                  
स्थापना के मार्ग प्रशस्त होंगे" जिससे सरकारी व गैरसरकारी अधिकारीयों 

- कर्मचारियों के साथ साथ किसी भी " राजनेता और उद्योग-व्यवसाय से 

सम्बद्ध व्यक्तियों की छबि भविष्य में धूमिल नही होगी।" मिथ्या आर्थिक 

अपराध या घोटालों के आरोप नहीं लग सकेंगे और देश में शान्ति व तीव्र 

प्रगति की स्थापना होगी ।

अत: सभी के हितों का विचार करते हुवे सभी सरकारी कार्यालयों के 

प्रमुखों से प्रार्थना है कि राज्य शासन को अपनी ओर से उपरोक्त निवेदित 

विषय की जानकारी देते हुवे ६ माह के अन्दर इसके स्थापना का आग्रह 

करे |



" भारतमाता की जय - वन्दे मातरम. " 

.... चंद्रकांत वाजपेयी. chandrakantvjp@gmail.com 

+९१ ९७३०५००५०६.