Sunday, 27 December 2015

" आरोप - प्रत्यारोप की राजनीति बंद करो, तभी अच्छे दिन आएँगे "

18 / 12 / 2018.    

 आरोप - प्रत्यारोप की राजनीति बंद करो,

तभी अच्छे दिन आएँगे.



See this. Kejriwal v/s Alia Bhatt jokes - Facebook


कृपया इस  काली- लाल पट्टी को क्लिक करें और लिंक खोलकर वीडियो देखें - सुने फिर नीचे पढें |



 




श्री 
केजरीवाल जी आपने एकदम सही कहां है, अब कुछ लोग दुविधा में होकर चिंता करते हुए 
सोच रहे है कि कंही अण्णा आंदोलन कें बाद जो आंदोलक सत्ता में बैठे है, वहाँ गडबड झाला की स्थिति तो नहीं बनी है ??? केजरीवाल जी, मै विचार करता हूँ सचमुच यह आप के लिए एक चुनौती और परीक्षा की घडी है | 
अच्छा होगा कि अब आप आरोपों-प्रत्यारोपों से दूर रहकर खुद अपनें व्यवहार से भ्रष्टाचारमुक्त सत्ता संचालन को सिद्ध करें | भूल से भी कभी किसी दागी व्यक्ति का साथ ना पाएं, इस विषय पर सदा जागरूक रहें | राष्ट्रीय एकात्मता को स्थापित करनें के साथ अपनी सुशब्दों भरी स्नेहल वाणी व स्नेहांकित चरित्र व्यवहार, राष्ट्रभक्तिभाव और पारदर्शक कार्यप्रणाली से सत्तापक्ष सहित सभी पक्षों के नेताओं व नागरिकों का मन हर ले.|

माननीय केजरीवाल जी,
यह विनम्र आग्रह है कि यदि आप देश को और नागरिकों की पूर्ण सुरक्षा और प्रगति चाहते है तो 
सकारात्मक - रचनात्मक  - मानव विकास तथा मानव सुरक्षा   के कार्यों की स्थापना करके सिद्ध करें की कुछ लोगों की बन रही उपरोक्त उल्लेखित नकारात्मक धारणा और चिता का प्रकटीकरण पूरी तरह निरर्थक है  |  आरोप - प्रत्यारोप की राजनीति बंद करें,  तभी नागरिकों के अच्छे, सुखकारी और समृद्धिभरे दिन आएँगे |


सदा राष्ट्रहित भव |
....... चंद्रकांत वाजपेयी ( काका )

जेष्ठ नागरिक, गैरराजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता,
जनलोकपाल आंदोलक, औरंगाबाद. [ महाराष्ट्र ]
ई-मेल :
chandrakantvjp@gmail.com

कृपया लोग अपने बेटे-बेटी के साथ संभवित खिलवाड को रोकने के बारे में जागे ।

कृपया लोग अपने लाडले बेटे-बेटी के साथ 

संभवित खिलवाड को रोकने के बारे में जागे ।

              " किसी नें सच कहा है कि किसी भी विद्यालय की गुणवत्ता और देश की गाडी तीन पहियों पर चलती है, शिक्षक, अभिभावक और विद्यार्थी । आज का विद्यार्थी भविष्य में देश का संचालन करता है, अतः एक की कमी से शेष दोनों पूरी तरह कमजोर हो जाते हैं । "


इसलिये विद्यार्थी के सुदृढ भविष्य के लिये हर शिक्षित माता पिता यह लेख जरुर पढें और जागरुक होकर अनुभव करें कि क्या विद्यालयों को इतनी अधिक फिस देनें के बाद बेटे या बेटी को सचमुच अधिकतम ज्ञान मिल रहा है ? अथवा अधिकतम अंक या उच्च ग्रेड दर्शाने वाला झूठा प्रगति-पत्र, मिल रहा है ?

' यह कडवा सच है कि आजकल शिक्षण संस्थाएं सेवाभावी नही, बल्कि व्यावसायिक बाजार हो गई है । आप स्वयं सोचिये कि जब आप दुकानदार से वस्तुओं के वजन की कमी या क्वालिटी का आकलन करते हैं तो फिर आपके अपने बच्चे की शैक्षणिक कमी का आकलन करना क्या आपका काम नही है ? ? '

" हर विद्यालय की अभिभावक समिती ने विद्यार्थी संरक्षण के लिए वर्षभर में दो/तीन बार विद्यार्थियों की अघोषित (रेन्डम) परीक्षा की व्यवस्था करना अथवा शिक्षकों द्वारा हर कक्षा के छात्रों को दिये गए अंको / ग्रेड का व्यावहारिक निष्पक्ष प्रामाणिक परिक्षण करके उसके आधार पर संबंधित शिक्षकों को सामाजिक सम्मान देना, पुरस्कृत करना, अतिरिक्त आर्थिक लाभ देना अथवा शिक्षकों की कमी को दूर कराने का प्रामाणिक प्रयत्न करना अधिक उचित व न्यायसंगत होगा । "


देश के नागरिकों और मित्रों, आईये, इस गंभीर विषय पर जागरुक होकर संभवित समस्या का समाधान उपर बताए अनुसार कर लिजिये, जो आपके बच्चों के सुदृढ जीवन के लिए आवश्यक है ।

....... चंद्रकांत वाजपेयी. ज्येष्ठ नागरिक.]
गैरराजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता, औरंगाबाद (महाराष्ट्र)
ई-मेल :- chandrakantvjp@gmail.com

KINDLY OPEN FOLLOWING LINK &
READ IT WHICH  IS  RELATED TO MY ABOVE ARTICLE.  Thanks.

Council of Health & Value Education: बच्चे के सुखद भविष्य के लिए महीने में एक बार उसके स्कूल आप भी जाएं... ( अपने बच्चे के जन्म दिन पर इसे उसके नाम और फोटो सहित छपाएं )

Council of Health & Value Education: बच्चे के सुखद भविष्य के लिए महीने में एक बार उसके स्कूल आप भी जाएं... ( अपने बच्चे के जन्म दिन पर इसे उसके नाम और फोटो सहित छपाएं )

Friday, 25 December 2015

इस प्रकार सदैव केवल विरोध करते रहना भला नहीं |

------- इस प्रकार सदैव केवल विरोध करते रहना भला नहीं --------
Mahendra Chavan > Final War Against Corruption ( Aam Aadmi Party )
खबर है की ईंट का जवाब ५६ इंच के छाती से देने की बात करनेवाले मोदी जी के अचानक पकिस्तान दौरे पर जाकर शादी में शरीक होनेसे नाराज होकर सारे अंधभक्त पैरोमे पत्थर बांधकर वाराणसी की गंगातट पर सामूहिक आत्महत्या करने के लिए अपने घरो से निकल पड़े है. grin emoticon grin emoticon tongue emoticon tongue emoticon tongue emoticon
महेंद्र चवांण जी, आम आदमी पार्टी जयहिंद |
मेरे विचार से सदैव विरोध उचित नहीं, यह अंधभक्ति का प्रतिक है |
राष्ट्रिय नीतिगत व्यवस्थाओं में अनितिगत स्थिति होनें पर विरोध अवश्य करें किन्तु ऐसी स्थिति के नहीं होनें पर मात्र किसी एक वाक्य के आधार पर कूटनीति पूर्ण कार्य में शासन का विरोध करना अनुचित कहा जाएगा | आपको मालुम ही होगा कि हिंदू पद पादशाह महाराज छत्रपति शिवाजी विख्यात सफल कूटनीतिज्ञ थे |
शिवाजी महाराज का जीवन चरित्र हमें यहीं सिखाता है कि दो कदम दरबार में भी बढ़ें, सबके गले मिले किन्तु गले मिलते समय सावधानी बरते | यदि विरोधी धोखा देनें की कोशिश करें तो 56 इंच का फौलादी सीना तानें, निर्भीक होकर प्रहार करें लेकिन हर परिस्थिति में अपनें विरोधी की माता बहनों का पूर्ण आदर सम्मान करें और उन्हें पूर्ण सुरक्षा के साथ विरोधी के सुपुर्द करें | उनका चरित्र विरोधीयो कें साथ विनम्रता, प्रेमं, व अचानक भेट देनें की चतुराई सिखाता है | उनका चरित्र यह भी सिखाता है कि रण में दो कदम पीछे हटकर विरोधी की क्षमताओ कां आकलन करों और फिर उस आधार पर आक्रमण कर उसे अपनें अधीन करों |
आदरणीय मोदी जी सारे देश के प्रधानमंत्री है, उनका आज अचानक पाकिस्तान का दौरा करना, पाक प्रधानमंत्री श्री नवाज शरीफ के गले मिलना, उनको उनके जन्मदिन और उनके परिवार में संपन्न मांगलिक विवाह कार्य पर बधाई देना - अभिनन्दन करना, उनकी माताजी के पैर छूकर आशीर्वाद मांगकर अपनें भारतीय संस्कृति की विशाल भावना का परिचय देना निश्चित ही विश्वभर के देशों में भारत के प्रति सकारात्मता उत्पन्न करा सकनेंवाली घटना है | प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी की यह यात्रा हमारी भारतीय संस्कृति की मान्यता " वसुधैव कुटुम्बकम " को अधिक प्रबल करेगी | यही कूटनीति कहलाती है |
Mahendra Chavan जी,
अब आप ही सोचे कि क्या आपके द्वारा किया गया विरोध वापस लेना उचित होगा न ?? त्रुटियाँ तो हों जाती है, लेकिन त्रुटी दुरुस्त कर लेनें वाला ही शिक्षित, बुद्धिमान और समझदार होता है | चूँकि मै ना मोदी भक्त हूँ और ना अन्य किसी का भक्त, देशहित के लिए आयएसी / अन्ना का लोकपाल आंदोलन जरुरी था, इसलिये मै उक्त सभी कें सभी आंदोलनो में पूरी इमानदारी व निष्टा कें साथ भूखहडताल पर रहकर शासन की नीती कां विरोध करता रहा | आज भी मुझे आम आदमी पार्टी का जो भी सुनितिगत काम अच्छा लगता है, उसकी खुले मन से मै प्रशंसा करता हूँ और आप के कार्यकर्ताओं को गैर राजनीतिक साथ देता हूँ, लेकिन गलत काम को सही करानें का प्रयत्न भी करता रहता हूँ | यहाँ तक की चाहे भाजपा हों, कॉंग्रेस हों या कोई अन्य दल, जिसका भी विचार, काम और व्यवहार देशहित का होता है मै उस वक्त उसका समर्थन और उस देशहित के काम की स्थापना का प्रयत्न करता हूँ, यही मेरा नागरिक कर्तव्य है | धन्यवाद |
......... वाजपेयी काका
गैरराजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता, औरंगाबाद. ( महाराष्ट्र )

Wednesday, 16 December 2015

बळीराजा आत्महत्या कां करतात याकडे द्यावे लक्ष, म्हणूनच वृद्धापकाळ पेन्शन देण्याचा राखावा पक्ष



आता पुराव्यासह आहे विनंती 

बळीराजाकडे पण ठेवा

पेंशन देण्याचे लक्ष,

मुख्यमंत्री साहेब-मंत्रिमंडळाचे सर्व मानकरी,

कृपया खाली वाचा,


आणि  


सर्वजण द्या इकडे लक्ष.


पत्रकारों को भी पेंशन दे सरकार: हाईकोर्ट=> http://goo.gl/Jt57B5  http://fb.me/70Ba4nRnC 

आता हायकोर्ट म्हणतय माणसाचे ज्ञान वाढविणाऱ्या

पत्रकारांकडे द्या पेन्शन देण्याचे लक्ष
मग स्वत: कष्ट उपसून, उपाशी व कर्जात जगून,जे बळीराजे दररोज लोकांचे पोट भरतात, त्यांनां पेंशन देण्याकडे कां नाही शासनाची आपुलकी 
आणि कां नाही गंभीरतेने सरकारचे लक्ष ?

काय सरकार विचार करतय की कोर्टातून
आदेश आल्यावरच देणार बळीराजाकडे लक्ष ?

माननीय शासक माफ करा, विसरू नका आणि   विचार करा,  
जर शेतकऱ्यांना पेन्शन देण्याकडे होईल तुमचे दुर्लक्ष, 

तर भविष्यात त्यांची संतती कशी करणार शेती ? 
आणि  अशा प्रसंगी लोक काय करतील भक्ष ? 

मानवता या नात्याने हीच विनवणी की, 

बळीराजांना द्या वृद्धापकाळ पेन्शन, ठेवा एवढे लक्ष 

यास्तव आभारी राहीन मी सदा शासनाचा, 

कारण पुढील पिढीच्या सुखाचे ठेवायचे आपणां सर्वास लक्ष .
....... चंद्रकांत वाजपेयी. [ जेष्ठ नागरिक ]
गैर राजकारणी सामाजिक कार्यकर्ते, संभाजीनगर (औरंगाबाद - महाराष्ट्र)
अरुण थोरात पाटील

13 hrs

या वृध्द शेतकर्याच पेँशन मिळु नये हे न्याय तत्वात बसत नाहि
राज्यात सत्तर टक्के शेतकरि हे अल्पभुधारक आहे त्यात कोरडवाहु शेतीच प्रमाण ऐँशी टक्के आहे असे तरुण शेतकरि कोठे तरि कामधंदा करुण पोट भरतात नाहिच भागले तर गळफास घेऊन मरतात परंतु वृध्दानी काय करावे ? मग कोठे तरि ही मंडळी भाकरि तुकडा मागत फिरते एखाद्या मठ मंदिरा च्या पारा वर बसुन भीक मागते शेतकाम होत नाहि म्हणुन मुले ही यांचा कंटाळा करतात सुनबाई तर विचारायलाच नको पोटाची खळगी भरण्या ची चीँता तर दूसरि कडे विविध आजाराना ग्रासलेल शरिर यातना पारंगत झालेली पिलावळे  खरा अर्थाने शेतकरि आयुष्याचा प्रत्येक वळणावर पिळल्या जातो इतर अवस्थां चे ठिक परंतु वृध्दावस्थेत तरि सरकार ने साथ द्यायलाच हवी चोर लुटारुणा पेँशन देता मग एक प्रमाणिकपणे जगणारा शेतकरि पेँशन मिळण्याचा हक्कदार आहे

-- 
Regards,

CHANDRAKANT  VAJPEYI.
Sr. ctzn & Non Political Social Worker, 
Aurangabad. Maharashtra.
Mob. No. :  +91 9404238040.

Tuesday, 15 December 2015

हिवाळी अधिवेशनात दुष्काळावरमात करण्याचा निर्णय घेण्यासाठी महाराष्ट्र शासनाला " आपले सरकार " पोर्टल वर पाठविलेले पत्र |

१५ / १२ / २०१५.     
हिवाळी अधिवेशनात  दुष्काळावरमात करण्याचा निर्णय घेण्यासाठी

महाराष्ट्र शासनाला   आपले सरकार "  पोर्टल वर पाठविलेले पत्र |

Letter on Drought “Apale Sarkar“
 
https://aaplesarkar.maharashtra.gov.in
 कृपया शिर्षकाचे वर्णन प्रविष्ट करा  :  दुष्काळावरमात करण्याचा निर्णय घ्यावा.
कृपया या विचारांना व्यावहारिक करामराठवाड्याला दुष्काळापासून मुक्त करा.
'वाड्यात 3-4  वर्षापासूनच्या दुष्काळ व सरासरीहून कमी पाउस आहे. पिण्याचे पाणी नाही,  जायकवाडी धरणात आता फक्त ६% पाणी आहे .
प. महाराष्ट्रात ८०% पाणी भरलेले धरणे आहेत. म'वाड्याला 'दुष्काळातचार दोन टीएमसी पाणी मिळते. ही थट्टा कां ? ' जलसंपत्ती नियमन प्राधिकरण कायदाअंतर्गतकलम १२(६)(ग) च्या आधारे मराठवाड्याला हक्काचे देण्यात यावे.
2 वर्षापूर्वी भाजप म्हणे की कापूस व तुरीला ८ हजारसोयाबीनला ५ ह. व धानाला
३ हजार भाव
हे मान्य करा,  
उसाला एफआरपी चे भाव किंवा फरकाची रक्कम सरकारने शेतकऱ्यांच्या खात्यात टाकावी. खर्चवाढ पाहता दुधावर सबसिडी व संत्र्यांना २५००० रु./ टन भाव व नुकसान झालेल्या शेतकऱ्यांना २५००० रु./ एकर भरपाई द्यावी. शेतकऱ्यांना स्वामिनाथन आयोग लागू करा.
शेतमाल खर्च अधिक ५० % भाव द्या. 3 वर्षात दुष्काळ-नापिकी होती तेव्हा कर्जमुक्ती व वीजबिले माफ करा. चारा व पाण्याची व्यवस्था करा.कृपाकरून हे मान्य करा, आभारी राहीन. उत्तराच्या अपेक्षेत.
...... चंद्रकांत वाजपेयी.
·                                 मराठी
सरकारमधील आपल्या सहभागीतेच्या दृष्टीने एक वाटचाल

आपल्या सूचना धन्यवाद

प्राप्त नोंदींपैकी सर्वात सुसंबद्ध नोंदी नवीन चर्चा विषय म्हणून प्रदर्शित केल्या जातील.
-- 
Regards,

CHANDRAKANT  VAJPEYI.
Sr. ctzn & Non Political Social Worker,
Aurangabad.  Maharashtra 
Mob. No. :  +91 9404238040.

Friday, 11 December 2015

सरकारी क्षेत्रों में व्याप्त कुछ बुराइयां, उसके कारण और उन्हे दूर करने के रामबाण उपाय ।


सरकारी क्षेत्रों में व्याप्त कुछ बुराइयां, 

उसके कारण और उन्हे दूर करने के रामबाण उपाय |
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                                                       Image result for व्यभिचार
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----:उपाय : ----      Image result for अर्थक्रांती

ArthaKranti proposal -It will Fully Change India - YouTube

https://www.youtube.com/watch?v=GVfmUmB0bpM
Oct 31, 2012 - Uploaded by ArthaKrantiVideos
ArthaKranti proposal is a designed technical correction that can completely transform the current Indian socio 

                च तो यह है कि देश के सभी अधिकारी और कर्मचारी वास्तव में इमानदारी से काम करना चाहते हैं ।  परंतु भारी महंगाई, पारिवारिक कष्ट, उच्च दर्जे के  या अधिक विलासितापूर्ण जीवन निर्वाह की लालसा, उक्त लालसा में अपेक्षाकृत कम धन की आवक, नौकरी पर स्थापित रहने के लिए पडनेवाला राजनीतिक दबाव  या  राजनीतिक संरक्षण, भीरु व चमचागिरी का स्वभाव-दृढता का अभाव, धनलोभ, मन पर नियंत्रण की कमी आदी के कारण ही अधिकांश रिश्वतखोर सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचरियों के वर्तन में नकारात्मक व गैरकानूनी काम करनें का भाव जगा है ।

याद रखिये कि बिना रिश्वत दिये सरकारी अधिकारियों  / कर्मचारीयों को निर्धारित समय पर काम तो करना ही पडेगा, किंतु असमय (समयपूर्व) काम करवाने का आग्रह  और  गैरकानूनी /अपात्र स्थिति के चलते काम करवाने की अधिक मांग ही रिश्वत की मांग को पुख्ता करती है एवं रिश्वतखोरी को प्रश्रय देती है । यह स्पष्ट है कि दोष रिश्वत मांगनेवाले से ज्यादा रिश्वत देने वालों का है
" यदि देश में सच्चा इमानदार शासन चाहते है तो रिश्वतखोरी-भ्रष्टाचार-घोटाले-व्यभिचार, अपराध, कालेधन की उत्पत्ति, बाजारों में वस्तुओं का अभाव, " बढती महंगाई " शासकीय कार्यालयों में राजनीतिक दखलंदाजी आदी को रोकना होगा ।"


" इस बिकट समस्या के निदान का उपाय उपलब्ध हैं । केवल शासन को उसे यथावत लागू करने की आवश्यकता है ।  यह उपाय है  श्री अनिल बोकील सर प्रणीत  पारदर्शी आदर्श अर्थव्यवस्था  


" अ र्थ क्रां ती "
अर्थात
' अर्थक्रांती के पांच प्रस्ताव '

अर्थक्रांती के पांच प्रस्ताव देश में जैसे के तैसे लागू हो तब सारे समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है । "

जानिये क्या है अर्थक्रांती :---
अर्थक्रांती के लागू होने पर देश के धन की टंकी में ( सरकारी खजाने में ) बिना छेदों वाले पाईप लाईन से ही जनता का केवल एक टैक्स से वसुला गया सारा धन पहुंच जाएगा  और  सरकारी धन की टंकी से खर्चे का धन बिना छेदों वाले पाइपलाइन से ही केवल संबंधित को 100% भुगतान हो सकेगा ।
अर्थक्रांती में खास बात यह है कि इसके  " पाइपलाइन में छेद करनें की गुंजाइश ही नहीं है । "

देखिये अर्थक्रांती का लाभ कैसे होगा :--

सभी टैक्स समाप्त जिससे महंगाई एकदम कम । ( केवल एक टैक्स की अनुशंसा )
देश में 100, 500 व 1000 रुपये के नोट बंद फिर कालेपैसे की उत्पत्ति बंद व आतंकवाद पर अंकुश ।
2000 रु. तक नगदी उससे अधिक पर प्लास्टिक मनी का उपयोग बंधनकारक जिससे रिश्वतखोरी-भ्रष्टाचार-घोटाले व गैरकानूनी कामों की समाप्ति एवम् आयकर चोरी पर अंकुश ।
2000 रुपये से ज्यादा राशि के व्यवहारों पर बैंक स्वयं 2% कर की राशी काट लेगी (केवल एक अनुशासित टैक्स) जिससे देश का शासन संचालित हो सकेगा । इससे आर्थिक चोरी पर स्वनियंत्रण हो जाएगा, शायद कोई रिटर्न्स फाईल करनें की जरुरत ही ना पडे, फिर उद्यमियों, सेठो-व्यापारियोंका स्वास्थ्य भी अपने आप सुधर सकता है । मानसिक शांति व तनाव से मुक्ति मिल सकेगी ।

कृपया अधिक जानने के लिए :---
ऊपर दिए गए वीडियो को देखें    अथवा  
लिंक खोलकर पढें :--  www.arthakranti.org


खुशी हुई कि मोदी सरकार  " अर्थक्रांती "  लागू करनेका प्रयास कर रही है किंतु दुःख है कि सरकार के व्यवस्था परिवर्तन में अर्थक्रांती को भी कुछ बदले हुए स्वरूप में शामिल करने के चिन्ह दिखाई दे रहे हैं, जो संभव है परिणाम देने में कठिनाई पैदा करें ।

परमेश्वर से प्रार्थना है कि मेरे शासन  एवं  देशवासियों को अर्थक्रांति समझने की  और  उसे शीघ्रतः देशभर में यथावत लागू करने की शक्ति व बुद्धि प्रदान करे, मै परमपिता परमेश्वर का सदैव ऋणी रहूंगा ।
इति शुभ ।
..... चंद्रकांत वाजपेयी
ज्येष्ठ नागरिक, गैरराजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता, औरंगाबाद [ महाराष्ट्र ]
ई-मेल :- chandrakantvjp@gmail.com