Wednesday, 5 October 2016

यदि यह समझें और व्यवहार करे तो ........ ???


" यदि यह समझे  और  व्यवहार करें तो ....... ??? "



  कई वर्षों से अपनें भारत पर बार बार आतंकी हमले हुए है और आज भी

आतंकी बेख़ौफ़ होकर, सीधे हमारी भारतीय सेना पर हमले कर रहे हैं |



लेकिन हमारी बहादुर सेना और हमारा नेतृत्व भी कमजोर नहीं,

उसनें कसौटी पर खरे उतरकर सर्जिकल स्ट्राईक से आतंकियों -

और शत्रुओं के छक्के छुडा दिए है |

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मित्रों, सोचनें का विषय है की आज जरुरत किस बात की है ?

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आज जरुरत है


" ज्ञान व एकता का मंत्र,

हर नागरिक के जीवन में व्याप्त हों "

और

"
 हर नागरिक के श्वास एवं प्रश्वास में "

निज नेता और अपनी सेना पर विश्वास हों |


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लेकिन दुर्भाग्य से कुछ राजनेता सत्ता प्राप्ति की अघोषित लालसा से

वशीभूत होकर ढोंग कर रहे है | चंद राजनेता " राष्ट्रीय एकात्म होनें की

नाटकीय (झूठी) बाते करते हुए सरकार के साथ खड़े रहनें की बात तो

करते है लेकिन यथार्थ में उनमें से कुछ नेता सेना द्वारा किये गए

सर्जिकल स्ट्राइक का प्रमाण प्रस्तुत करनें की बात जाहिर करके अप्रत्यक्ष

रूपसे सरकार व सेना पर अविश्वास दर्शातहुए अपनेंही देश को दुर्बल और

शत्रु राष्ट्र को बलवान करनें का पाप रहे है | 




मात्र ऐसे पाप करनेंवाले राजनेताओं के विरुद्ध सभी देशभक्त नागरिक

पूरीतरह मौन रखकर सार्वजनिक बहिष्कार करे तो देश के लिए हितकर

हों सकेगा, संभव हो कि वे स्वयं भविष्य में सुधार जाएंगे |

साथ ही साथ केंद्र सरकार के समर्थकोंनें या सत्ता पक्ष के कार्यकर्ताओं नें

भी सर्जिकल स्ट्राइक की विजयी घटनासे उत्प्रेरित होकर अति उत्साह

का सार्वजनिक प्रदर्शन करना अथवा भावी सत्ता पानें के लिए इस घटनासे

लाभ पानें हेतु आज ही वातावरण बनानें का प्रयत्न करना बिलकुल उचित

नहीं, क्योंकि यह स्थिति घातक बन सकती है |


.... चंद्रकांत वाजपेयी.
जेष्ठ नागरिक, औरंगाबाद. (महा.)

chandrakantvjp@gmail.com

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