२९ / ०८ / २०१२. अजमल कसाब, निर्भिक बालिका,
तरह निर्भीकता से कार्य करते हुवे भारत की समृद्धि और संरक्षण
करनेंवाले ' यूथअगेस्ट करप्शन ', अण्णा हजारे प्रणित भ्रष्टाचार विरोधी जन-
आन्दोलन न्यास, '' इंडिया अगेंस्ट करप्शन," विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
प्रिय देशवासियो फैसला आपके हाथ मे है,सोचिये आपको
राष्ट्रनिष्ठ संगठन और राष्ट्र संरक्षणार्थ अपील ।
देश के सम्मानीय नागरिकों, हमारे बच्चों के शिक्षा का हक
तुड़वाया था अजमल कसाब के आतंकवादी हमलों के डर नें, परन्तु यह
हक पुन: बहाल करवाया था देशभक्त युवा संगठन ' अखिल भारतीय
विद्यार्थी परिषद् नें।"
हक पुन: बहाल करवाया था देशभक्त युवा संगठन ' अखिल भारतीय
विद्यार्थी परिषद् नें।"
यदि अ.भा.वि.प. ना होता तो कसाब के विरुद्ध कोर्ट में ग्वाही देनेंवाली शूरवीर बालिका
'देविका रोटवान' शिक्षा से वंचित रह जाती। ख़ुशी की बात है कि सुप्रीम कोर्ट, विद्यार्थी परिषद् और
बहादुर देविका; सबनें अपना - अपना धर्म निभाया है। क्या आप भी भ्रष्टाचार के विरुद्ध सड़क पर
उतरकर अपना धर्म निभायेंगे ?
क्या आप ऐसे बहादुर बालिका और देशभक्त अ.भा.वि.प. की
क्या आप ऐसे बहादुर बालिका और देशभक्त अ.भा.वि.प. की
तरह निर्भीकता से कार्य करते हुवे भारत की समृद्धि और संरक्षण
करनेंवाले ' यूथअगेस्ट करप्शन ', अण्णा हजारे प्रणित भ्रष्टाचार विरोधी जन-
आन्दोलन न्यास, '' इंडिया अगेंस्ट करप्शन," विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
समावेशित भ्रष्टाचारमुक्त भारत निर्माण आन्दोलन, " भारत स्वाभिमान
ट्रस्ट एवं बाबा रामदेव के कालाधन वापस लाओ आन्दोलन या अर्थक्रांती
आदि संगठनो का सच्चा साथ नहीं देंगे ? क्या आप डरपोक रहकर देश
को भ्रष्टाचार की दीमक लगानें वाले चंद राजनीतिज्ञों का साथ देंगे? उन्हें
वोट देंगे ? या वोट ना देकर चोट पहुंचाएंगे ? क्या है आपका कर्तव्य ?
आदि संगठनो का सच्चा साथ नहीं देंगे ? क्या आप डरपोक रहकर देश
को भ्रष्टाचार की दीमक लगानें वाले चंद राजनीतिज्ञों का साथ देंगे? उन्हें
वोट देंगे ? या वोट ना देकर चोट पहुंचाएंगे ? क्या है आपका कर्तव्य ?
प्रिय देशवासियो फैसला आपके हाथ मे है,सोचिये आपको
क्या करना है। " महामहिम राष्ट्रपति जी को भी हाथ जोड़कर विनम्र
प्रार्थना है कि कृपया सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार अजमल कसाब को
तुरंत फांसी ही दी जावे, उस निर्मोही हत्यारे को दया याचिका अंतर्गत
किसी भी सूरत में जीवन दान ना मिले । "
तुरंत फांसी ही दी जावे, उस निर्मोही हत्यारे को दया याचिका अंतर्गत
किसी भी सूरत में जीवन दान ना मिले । "
.................. चंद्रकांत वाजपेयी, जेष्ठ नागरिक आणि सामाजिक कार्यकर्ता. औरंगाबाद।
chandrakantvjp@gmail.com +९१९७३०५००५०६
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